आज भी याद है
जब तुम पर पहली बार नजर पड़ी थी
तुम्हें पता ना था तुम बस लोगों से बातें कर रही थी
निकला होगा एक दो बार तुम्हें बगैर देखे,
अचानक नजर पड़ी और समय ठहर गया।
तुम से बातचीत मुझे मेरे उस हिस्से से मिला देती है,
जो तुम्हें पहली बार देखकर
उस समय में कहीं ठहर गया था । 🙏🙏🌹🌹
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