Saturday 24 October 2015

   "अपशब्द"

"बुद्ध ने न मिठाई ली न गाली"
एक अभागे गाँव से बुद्ध गुजरते थे,
कुछ  नासमझ लोग
उन पर हँसे, उनका मजाक उड़ाया
उन्हें गाली दी
पर बुद्ध शांत थे , विनम्र थे

अगले गाँव ने स्वंय को भाग्यशाली समझा
और उन्हें मिठाई के थाल दिए
बुद्ध ने प्रेम से अस्वीकार कर दिया
आनंद विस्मृत थे!
उन्होंने पूछा ऐसा क्यों ?
बुद्ध मुस्कुराये और कहा
मुझे दोनों की आवश्यकता नहीं है।



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