जीवन एक राह है, जिस पर हमें आनंद से चलना है |जो निरंतर बदल रहा है क्या हम उसे देख पा रहे है
वो होश कहां है, वो शान्ति कहां है, वो सौन्दर्य कहां है जिसे हम खोज रहे है |भीतर की अकुशलता,भीतर का भय,भीतर की चिंता,भीतर का लालच हमारी बाहर की जिंदगी को प्रभावित करता है,अकुशलता बाहर नहीं भीतर होती है|भीतर की शांति हमे पारस पत्थर देती उसे हम जिसे भी छुआ दे वह सोना हो जाता है|-MANOJ PARMAR SIR
Wednesday, 1 November 2023
करिश्माई मुस्कान
कभी-कभी कुछ अनजान लोगों से नजर मिल जाती है और जिंदगी भर का खूबसूरत रिश्ता बन
जाता है🙏🌷
फरिश्तों की करिश्माई मुस्कान और अपनापन परमात्मा का तोहफा नहीं तो और
क्या है🙏🌷
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