Saturday, 15 July 2023

झूठ

 हर आंख में उम्मीद देखी

 सपने देखे दिल में चाहत देखी

 मन में बेचैनी देखी दुनिया जीत लेने का झूठा सपना देखा

 झूठा होश देखा क्यों है 

यह सब किसलिये है 

क्यों माया के पीछे भागता मनुष्य परेशान है

 आनंद दंड हो गया दुख जीवन हो गया

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